भारतीय पुलिस: बदलाव अब नहीं तो कब (निबन्ध) | Essay on Indian Police in Hindi
भारतीय पुलिस: बदलाव अब नहीं तो कब (निबन्ध) | Essay on Indian Police in Hindi! प्रस्तावना: सामान्यत: 'पुलिस व्यवस्था' से तात्पर्य ऐसी व्यवस्था से है जिससे अपराधियों को सजा मिले और निर्दोष व्यक्तियों को न्याय मिल सके । किन्तु वर्तमान समय में पुलिस अपना उदात्त स्वरूप खो चुकी है । उसके पीछे अनेक कारण हैं । इसीलिए पुलिस प्रणाली में [...]