स्वाधीनता दिवस पर निबन्ध | Essay for Kids on Independence Day in Hindi!
1. भूमिका:
प्रकार की लड़ाइयों और राजनैतिक-सामाजिक उठा-पटक का इतिहास रहाहै । भारत के लोगों ने आधुनिक इतिहास में आजादी से अधिक गुलामी वस पड देखी है ।
कभी अफगानी और तुर्की लुटेरों (Plunderers) ने भारत में लूटपाट की तो कभी मुगलों ने इस देश पर अपना शासन साल कायमकिया । मुगलोंकेबाद अंग्रेजों (The English) ने इस देश के लोगों पर लगभग तीन सौ वर्षों तक मनमानी करने के बाद 15 अगस्त 1947 को यह देश छोड़ दिया अर्थात हमें आज़ादी (Independence) मिल गई ।
2. प्रयत्न:
ADVERTISEMENTS:
स्वाधीनता के लिए सबसे पहला प्रयत्न (Effort) सन् 1857 में हुआ था । दिल्ली के बादशाह बहादुर शाह जफर, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई तथा देशभर के राजाओ ने अलग-अलग भागों में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई शुरू की, लेकिन बड़ी चतुराई से अंग्रेजों ने उसे दबा दिया ।
इसके बाद जब 1885 में कांग्रेस की स्थापना हुई, तब अंग्रेजों के खिलाफ आन्दोलन (Agitation) ने जोर पकड़ा (Got Momentum) । सन् 1919 से महात्मा गाँधी के नेतृत्व (Leadership) में देश भर के लोग अंग्रेजों को देश से निकालने के लिए उठ खड़े हुए । इस बीच अनेक वीर नौजवानों (Brave Young People) ने अपनी जान आजादी के इस आन्दोलन में गँवाई । अनेक देशी संगठन (Native Organisations) बने और अन्तत: इस देश को आजादी मिल गई ।
3. कार्यक्रम:
स्वाधीनता दिवस का महत्व देश के प्रत्येक नागरिक (Every Citizen) के लिए है । इस दिन लाल किले (Red Fort) पर सबसे पहले हमारे देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) फहराते हैं और इसे सलामी देने के बाद यहीं से प्रदेश के लिए अपना संदेश (Message) देते हैं ।
इसके बाद समूचे देश में राष्ट्रीय झंडा फहराया (Hoist) जाता है । तरह-तरह के उत्सव मनाते हुए देश भर के लोग सदा आजाद रहने की कसम खाते हैं । देश भर में इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश (National Holiday) घोषित (Declared) रहता है । हर साल देश भर में केंद्र की नयी-नयी योजनाएँ (New Prgramme) घोषित की जाती हैं ।
4. उपसंहार:
हर साल 15 अगस्त को हम स्वाधीनता दिवस मनाते हैं लेकिन साथ ही यह याद कर लेना आवश्यक है कि आजादी पाने के लिए सु भाषचंद्र बोस वीर भगत सिंह, लाला लाजपत राय मणिराम देवान पियलि बरुवा, कनकलता चन्द्रशेखर आजाद, राजगुरु और सुखदेव जैसे अनेक साहसी (Courageous) नौजवानों ने अपनी जान दे दी और अनेक वीरों ने जेलों में बन्द रहकर मातृभूमि (Motherland) के लिए अपने जीवन का बहुमूल्य समय (Valueable period of Life) बिता दिया । अत: हमें इस स्वाधीनता की रक्षा करनी चाहिए ।