डॉ. मनमोहन सिंह पर निबन्ध | Essay on Dr. Manmohan Singh in Hindi!

डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म का जन्म 26 सितम्बर , 1932 को पश्चमी पंजाब में हुआ, जो इस समय पाकिस्तान में है । उनके पिता का नाम गुरमुख सिंह और माता का नाम अमृत कौर है । उनका विवाह 1958 में गुरशरन कौर से हुआ ।

उन्होंने बी.ए. अर्थशास्त्र के साथ 1952 में पंजाब विश्वविद्यालय से पास किया और एम.ए. अर्थशास्त्र भी इसी विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी के साथ 1954 में किया । कई पदों पर रहने के बाद 1982 में उन्हें रिजर्व वैंक ऑफ इण्डिया का गवर्नर बनाया गया, और 1985 में योजना आयोग के उपाध्यक्ष पद पर आसीन हुए ।

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1991 में जब नरसिम्हा राव के नेतृत्व में सरकार बनी तब उन्हें भारत का वित्तमंत्री बनाया गया । उन्होंने ही आर्थिक सुधारों की शुरूआत की और देश की जर्जर अर्थव्यवस्था को मजबूत किया । सन् 2004 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने से इनकार के बाद, उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली ।

डॉ. सिंह एक ईमानदार और कर्त्तव्यनिष्ठ व्यक्ति है । उनको यूपीए ( संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ) सरकार का समर्थन प्राप्त है तथा पूरा देश उन पर विश्वास करता है । उनकी छवि एक सुशील और ईमानदार व्यक्ति के रूप में विख्यात है और अपनी ईमानदार छवि के कारण उनको कुछ लोग डॉ. ऑनेस्ट भी कहते हैं ।

उनका रिकॉर्ड बेदाग रहा है । वह सादगी की मूर्ति हैं और मूल्यों में विश्वास करते हैं । उनके पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए देश ने उनके प्रधानमंत्री बनने का स्वागत किया और जिस प्रकार से प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने किसानों और श्रमिक वर्ग के लिए दो घोषणाएँ की हैं उससे यह साबित हो चुका है कि यह व्यक्ति समाज के निम्न वर्ग का हितैषी है ।

हम आशा करते हैं कि वह आगे भी देश के लिए अच्छे कार्य करते रहेंगे । वह एक शान्त स्वभाव वाले व्यक्ति हैं जो हाई-फाई पार्टियों और राजनीति के हू-हल्ले से दूर रहकर अपना कार्य करना चाहते हैं । वह एक सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हैं । चूंकि वह एक अर्थशास्त्री हैं इसलिए धन प्रबन्धक में वह निपुण और कुशल हैं ।

डॉ. मनमोहन सिंह स्वभाव से एकदम सादा व्यक्ति हैं । राजनीतिज्ञों में पाया जाने वाला अहंकार उन्हें दूर – दूर तक छूता हुआ दिखाई नहीं देता । व्यापक सोच वाले इस योग्य अर्थशास्त्री में कूट – कूट कर भरी हुई है । अपने घरेलू काम भी प्रधानमन्त्री बनने से पहले यह स्वयं करते थे । सामान्य तौर पर यह आशा की जाती है प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह सफल प्रधानमन्त्री साबित होंगे, शेष तो भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है ।

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