अपने छोटे भाई को कुसंगति छोड़ने व पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने के लिए पत्र लिखिए !

27, आवास विकास कालोनी,

काशीपुर, (उत्तरांचल)

दिनांक : 25.10.2015

प्रिय मनोज,

स्नेह ।

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कल ही मुझे तुम्हारे प्रधानाचार्य महोदय का पत्र प्राप्त हुआ । पत्र के माध्यम से यह जानकर मुझे अत्यंत दुख हुआ कि तुम अपनी पढ़ाई पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे हो । साथ ही छात्रावास के नियमों की अवहेलना, मदिरापान करना, चलचित्र देखना तथा दिन-दिन भर आवारागर्दी करना तुम्हारी दैनिक आदतों में शामिल हो गया है ।

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प्रिय अनुज, विद्‌यार्थी जीवन मनुष्य जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण समय होता है । इस काल में वह जो कुछ भी ग्रहण करता है उन्हीं से उसके व्यक्तित्व का निर्माण होता है । कुसंगति में पड़कर तुम स्वयं अपना भविष्य नष्ट कर रहे हो । अभी समय है कुसंगति के मार्ग को छोड्‌कर तुम अपना पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर केंद्रित करो ।

मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि तुम हमारी आशाओं पर खरे उतरोगे और आगामी परीक्षाओं में अच्छे अंक लाकर दिखाओगे । पूज्य माता-पिता की ओर से तुम्हें आशीर्वाद ।

तुम्हारा भाई

सुरेश पांचाल

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