Hindi Story on the Rid from the Cat!
बिल्ली से छुटकारा |
एक पंसारी की दुकान में बहुत से चूहे रहते थे । वहां उनके खाने का भरपूर सामान था । वे रोज तरह-तरह का माल उड़ाते और मस्ती में अपने दिन काटते । इन शरारती चूहों के कारण पंसारी की नाक में दम था । उसे इनसे छुटकारा पाने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा था ।
जिस कारण उसको काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था । एक दिन उन चूहों से छुटकारा पाने के लिए दुकानदार एक बड़ी और मोटी-सी बिल्ली ले आया । बिल्ली रोज किसी न किसी चूहे को पकड़ती और उसे मारकर खा जाती । धीरे-धीरे चूहों की संख्या कम होने लगी ।
ADVERTISEMENTS:
पंसारी ने यह देखकर थोड़ी राहत महसूस की । बिल्ली के आने से चूहों को बहुत चिंता हुई । उन्होंने बिल्ली-से छुटकारा पाने का उपाय ढूंढने के लिए सभा की । पर छुटकारा पाने के लिए क्या करना चाहिए यह उस सभा में किसी को नहीं सूझता था ।
तभी एक होशियार चूहे ने कहा, ”बिल्ली बहुत चालाक है, वह दबे पांव बड़ी फुर्ती से आती है । इसलिए हमें उसके आने का पता ही नहीं चलता । हमें किसी तरह उसके गले में एक घंटी बांध देनी चाहिए । इस तरह हमें उसके आने का पता चल जाया करेगा ।”
दूसरे चूहे ने इसका समर्थन किया, ”वाह । क्या बात कही है! जब बिल्ली चलेगी, तो उसके गले की घंटी बजेगी । हम घंटी की आवाज सुनकर सावधान हो जाएंगे ।” एक अन्य चूहा बोला : ”तब तो हम उसके हाथ ही नहीं आएंगे और जब भूखी मरने लगेगी तो अपने आप वापस चली जाएगी ।
हम इतने फासले पर रहेंगे कि वह हमारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकेगी ।” सभी चूहों ने इस सुझाव का समर्थन किया । सारे चूहे खुशी से नाचने लगे । लेकिन एक आ चूहा खामोशी से बैठा इन सबकी कार्रवाई देख रहा था ।
तभी उस बूढ़े चूहे ने उन्हें डांटा, ”खुशियां मनाना बंद करो । मुझे सिर्फ इतना बताओ कि बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कौन ?” यह सुनते ही सारे चूहे चुप हो गए । वे एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे । उन्हें इस सवाल का कोई जवाब नहीं सूझा ।