खेती के बारे में एक किसान का पत्र!
भुवनेश्वर
15 अप्रैल 2003
प्रिय मित्र ‘क’
नमस्ते ।
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मैं सकुशल हूँ । तुम्हारी कुशलता की आशा है । यहाँ इस समय रबी की फसल की कटाई चल रही है । फसल भगवान की कृपा से बहुत अच्छी हुई है । गेहूँ की बालियाँ तो पिछली बार से दुगनी हुई हैं । जौ, मटर, सरसों और अलसी का तो पूछो मत ।
भगवान की बड़ी कृपा है । पिछले साल फसल की जो हालत हुई थी, उससेतो हम कंगाल ही हो गये थे, लेकिन इस साल सारी कमी पूरी हो गई । गाँव में हमारे दूसरे किसान भाइयों ने इस बार गन्ने की खेती पर जोर दिया था । वे भी बड़े खुश हैं । गन्ने की मिल भी चलने लगी है, इसलिए सबको खुशी है ।
आशा है, तुम्हारी फसल भी इस बार इसी तरह अच्छी हुई होगी । घर और गाँव के सब लोग कैसे हैं, जरूर लिखना ।
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तुम्हारा मित्र
‘ख’