स्कूल टूर्नामेंट पर अनुच्छेद | Paragraph on Our School Tournament in Hindi
प्रस्तावना:
हमारे स्कूल में हर वर्ष टूर्नामेंट होते हैं । यह अवसर बड़ी प्रसन्नता का होता है । विद्यार्थी इस दिन का बेसब्री से इन्तजार करते हैं । हमारे रकूल में दिसम्बर के महीने में टूर्नामेट होते हैं । इस वर्ष अर्द्ध-वार्षिक परीक्षा के बाद 20 और 21 दिसम्बर को यह टूर्नामेन्ट हुए । उस समय हम परीक्षाओं की चिन्ता से मुक्ति पा चुके थे । दोनो दिन पढ़ाई से हमें छुट्टी दे दी गई ।
विभिन्न सदन:
समूवे स्कूल को चार सदनों में बाँट दिया गया, जिन्हें गांधी सदन, जवाहर सदन, सुभाष सदन और पटेल सदन कहा गया । सभी सदनों मे विद्यार्थियों की बराबर संख्या थी । इन सदनों के बीच हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी और बास्केट-बॉल के मैच रखे गये । 20 दिसम्बर को गाँधी सदन और सुभाष सदन तथा जवाहर सदन और पटेल सदन के बीच मैच रखे गए ।
पूरे दिन का कार्यक्रम:
हमारे स्कूल के खेल-प्रांगण में यह टूर्नामेन्ट ठीक दस बजे प्रात प्रारम्भ हुए । विभिन्न मैचों में खेलकूद और पी.टी. अध्यापक रेफरी थे । सभी खिलाडियों ने अपने सर्वोत्तम खेल का प्रदर्शन किया । जब किसी सदन के खिलाड़ी कोई प्याइंट जीत लेते थे, तो सदन के अन्य सभी विद्यार्थी बड़े उत्साह से उनका हौसला बढ़ाते थे । मैदान में रेफरी की सीटी गूंजती रही । जब भी उनकी सीटी बजती थी, मैदान मे एकदम खामोशी छा जाती थी ।
ADVERTISEMENTS:
मध्यावधि के दौरान हम अपनी-अपनी टीम के खिलाडियों के साथ सहजता से मिलते थे । खिलाडियों को अल्पाहार दिया गया । दर्शकों ने खिलाडियों की कमियों को बताया और उन्हे दूर करने के लिए कई सुझाव दिए । मध्यांतर के बाद मैच फिर शुरू हुए । इस बार खिलाड़ी और भी उत्साहपूर्वक खेलें । विद्यार्थियों ने भी बड़े जोर-शोर से उनका उत्साह बढ़ाया ।
जब कभी वे अपनी टीम को जीतता देखते, खुशी से नाच उठते थे । कभी-कभी एक दल की हर्ष-ध्वनि अन्य दल की उससे भी तेज हर्ष-ध्वनि के सामने फीकी लगने लगती थीं । सभी तरफ बड़ा शोर हो रहा था । अन्त में सुभाष सदन और पटेल सदन मैच जीत गए ।
फाइनल मैच:
2 दिसम्बर को दोनों टीमों के विजेताओं के बीच फाइनल मैच हुआ । दोनों टीमे बड़ी कुशल थीं । हॉकी और कबड्डी में प्याइन्त की बढ़त के आधार पर सुभाष सदन विजयी रहा । फुटबॉल और बा२केट बॉल मैचों में पटेल सदन सर्वाधिक प्वाइन्ट अर्जित कर विजयी रहा ।
दोनो टीमें इतनी कुशल थीं कि हॉकी और फुटबॉल के मैचो में कोई टीम एक-दूसरे पर गोल नहीं कर सकी । दोनो गोल-कीपरों की सतर्कता देखने लायक थी ।
विजेताओं को पुरस्कार:
शाम को पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया । स्कूल के सचिव ने सौभाग्यशाली विजेताओं को पुरस्कार बाँटे । सक्षेप में हम कह सकते हैं कि इस दिन हम लोगों ने इतनी खुशियाँ मनाई कि हम इसे कभी भूला नहीं पायेंगे ।