कैम्प फायर पर अनुच्छेद | Paragraph on Campfire in Hindi
प्रस्तावना:
कैम्प फायर समारोह का आयोजन स्काउट करते हैं । यह स्काउट आन्दोलन का एक अंग होता है । इसने स्कूल स्काउटों द्वारा तरह-तरह के करतब और कौशल दिखाए जाते हैं, जिनसे समारोह अत्यधिक रुचिकर बन जाता है । स्काउटों द्वारा खेलकूद का बेहतरीन प्रदर्शन दर्शकों का मन मोह लेता है ।
कैम्भ फायर के लाभ:
कैम्प फायर एक अति महत्त्वपूर्ण समारोह होता है इसमें विद्यार्थियों को अपनी आतरिक भावनाओं और छिपे हुए कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है । स्काउटों को उन सभी बातों को सिखाया जाता है, जो नित्य के व्यावहारिक जीवन में बड़ा काम आती है । वे बहादुरी, साहस उदारता और दूसरों की सहायता करने जैसे सद्गुण सीखते हैं । इन्हीं सब सद्गुणों का प्रदर्शन कैम्प फायर समारोह के दौरान किया जाता है ।
स्कूल में कैम्प फायर की तैयारी:
पिछले वर्ष हमारे स्कूल में 20 नवम्बर की रात को कैम्प फायर समारोह का आयोजन हुआ था । इरन समारोह मे शहर के सभी स्कूलों और कॉलेजों के स्काउटों ने भाग लिया था । कई दिनों पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी गई थी । हमारे स्काउट मास्टर श्री पी.एन. मिश्रा ने बड़े उत्साह से समारोह के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर दिए ।
समारोह का आरम्भ:
स्काउटों की सभी टुकड़ियाँ ठीक साढ़े सात बजे शाम मैदान में एकत्र हो गईं । शाम को काफी ठंडक हो गई थी अत: अनेक आमन्त्रित मेहमान अपने साथ कम्बल और शाल आदि लाए थे । ठीक आठ बजे समारोह प्रारम्भ हो गया । मैदान के बीच में लकड़ियों का ढेर लगा था । समारोह के प्रारम्भ का संकेत होते ही चारों दिशाओं से एक-एक स्काउट हाथ में जलती मशाल लिए लकड़ियों के ढेर की ओर बढ़ा ।
अपना-अपना सक्षिप्त परिचय देते हुए उन चारो ने लकड़ी के ढेर में मशाल लगा दी । देखते-देखते ही ढेर से आग की ऊँची-ऊँची लपटें निकलने लगीं । हल्की-हल्की रोशनी फैल गई और धीरे-धीरे वातावरण में गरमी आने लगी ।
कार्यक्रम:
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समारोह का शुभारंभ राष्ट्रीय गान से हुआ । स्काउटों ने कई देशभक्ति के गाने गाए । उनमें से एक गाने को लोगों ने बहुत पसन्द किया और बड़ी देर तक तालियाँ गूंजती रहीं । इसके बाद स्काउट मास्टर ने पूरे कार्यक्रम का वर्णन सुनाया । एक-एक करके विभिन्न स्कूल और कॉलेजों से आए स्काउटों ने अपनी कला और गुणों का प्रदर्शन दिखाया ।
इन्हें देख कर दर्शक बडे प्रसन्न हो रहे थे । हमारे स्कूल के स्काउटों का प्रदर्शन देखकर तो लोगों ने दाँतों तले उगली दबा ली । कक्षा आठ के एक विद्यार्थी राकेश ने अध्यापक की भूमिका निभाई । जब उसने पढाने का प्रदर्शन किया, तो उसके विचित्र ढंग को देखकर दर्शक खूब हैस्रे ।
अन्य स्काउटों के साहसपूर्ण प्रदर्शन ने सभी दर्शकों को चकित कर दिया । प्रिंसिपल महोदय के अनुरोध पर हमारे स्काउट मास्टर ने एक भावना गति प्रस्तुत किया, जिसमे वे मिट्टी के घड़े को तबले की भांति बजा रहे थे ।
धन्यवाद प्रकाश:
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अंत में धन्यवाद देने का समय आया । स्काउट मास्टर ने सभी को हार्दिक धन्यवाद दिया औार लगभग 15 मिनट के सक्षिप्त भाषण में उन्होने स्काउट आन्दोलन के महत्त्व और प्रगति पर प्रकाश डाला । अब तक मध्यरात्रि हो चुकी थी । सभी मेहमान हंसते-बोलते अपने-अपने घरों की ओर चल पड़े ।
उपसंहार:
हम सभी बहुत थक गए थे । स्काउट मास्टर ने हम सबको मीठाइयाँ बाँटी । तालाब के चारो ओर बैठकर हमने मिठाई खाई और कई कप चाय पी । इसके बाद हम सभी बड़े प्रसन्न मन अपने घर लौट आए ।