सूखा या अकाल पर अनुच्छेद | Paragraph on Drought or Famine in Hindi!
जब क्षेत्र – विशेष में सामान्य से कम या बहुत कम वर्षा होती है तो उस क्षेत्र में अकाल की स्थिति उत्पन्न हो जाती है । वैसे तो अकाल एक प्राकृतिक आपदा है परंतु इसके होने में मानवीय गतिविधियों का भी होता है । वन-विनाश और प्रकृति के साथ अनावश्यक छेड़-छाड़ का यह परिणाम है कि कहीं अकाल तो कहीं बाढ़ की परिस्थिति उत्पन्न होती रहती है । अकाल होने पर फसलें सूख जाती हैं तथा अन्न, फल, दूध तथा सब्जियों का अभाव हो जाता है । मनुष्यों तथा पशुओं के लिए पीने का साफ जल नहीं मिल पाता है । लोग भुखमरी के शिकार बन जाते हैं । पशु चारे और पानी के अभाव में मरने लगते हैं । क्षेत्र उजाड़-सा दिखाई देने लगता है । ऐसी विषम स्थिति में सरकार सहायता के लिए आगे आती है । अकालग्रस्त क्षेत्रों में भोजन की सामग्रियों, दवाइयाँ, जल, पशुओं का चारा आदि पहुंचाए जाते हैं । अकाल से निबटने में जन-सहयोग का भी बहुत महत्त्व होता है ।