परोपकार पर निबन्ध | Essay on Benevolence in Hindi
परोपकार पर निबन्ध | Essay on Benevolence in Hindi! 1. भूमिका: एक प्रसिद्ध कहावत (A Famous Proverb) है- 'परहित सरिस धर्म नहीं भाई, परपीड़ा सम नहीं अधमाई ।' अर्थात् परोपकार से बढ्कर और कोई धर्म नहीं होता और दूसरों को पीड़ा (Pain) देने से बढकर और कोई अधर्म (Sin) नहीं है । परोपकार का अर्थ है अपनी शक्ति और आवश्यकता [...]