मोटर और बैलगाड़ी संवाद पर निबंध | Essay on Dialogue Between a Car and a Bullock Cart in Hindi

मोटर और बैलगाड़ी संवाद पर निबंध | Essay on Dialogue Between a Car and a Bullock Cart in Hindi! मोटर : सामने से हटती नहीं ? हॉर्न दे रही हूँ, फिर भी तू सुनती ही नहीं । बैलगाड़ी : हट तो गई, अब और कितना हटूँ ? सड़क खाली पड़ी है, निकल जाओ न ! व्यर्थ अकड़ती क्यों हो ? [...]