हिंसा और प्रजातंत्र साथ-साथ नहीं चल सकते पर निबन्ध | Essay on Violence and Democracy Cannot go Together in Hindi
हिंसा और प्रजातंत्र साथ-साथ नहीं चल सकते पर निबन्ध | Essay on Violence and Democracy Cannot go Together in Hindi! अब्राहम लिंकन ने प्रजातंत्र की परिभाषा देते हुए कहा कि ''प्रजातंत्र जनता के लिए जनता द्वारा निर्मित, जनता की सरकार है ।'' स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के वरिष्ठ नेताओं ने अपने देश के राजनैतिक जीवन की राह संसदीय शासन [...]