फुटबाल की आत्मकथा पर अनुच्छेद | Paragraph on An Autobiography of a Football in Hindi
फुटबाल की आत्मकथा पर अनुच्छेद | Paragraph on An Autobiography of a Football in Hindi प्रस्तावना: बच्चों ! तुम मुझे लात से मारकर बड़े प्रसन्न मन से खेल रहे हो । अरे ! तुम इधर-उधर क्या देख रहे हो । मैं तुम्हारी प्यारी फुटबाल हूँ । तुम मुझे पटकते हो, लात मारते हो, इधर से उधर धक्का देते हो, फिर [...]