दम तोड़ रही हैं जीवनदायिनी नदियां पर निबंध | Essay on Vital Rivers are Dying in Hindi
दम तोड़ रही हैं जीवनदायिनी नदियां पर निबंध | Essay on Vital Rivers are Dying in Hindi! नदियों को जीवनदायिनी संबोधन देने वाले प्रख्यात साहित्यकार काका कालेलकर ने अपने लेखन में देश की नदियों को लोकमाता के रूप में रेखांकित कर भारतवर्ष की पौराणिक संस्कृति को उजागर किया है । इतिहास गवाह है कि हजारों साल पहले यहां आवासीय व्यवस्था [...]